ऐसे बनाये फिक्स्ड डिपाजिट की सीढ़ी जिससे जल्दी से बन जायें करोड़पति, How Fixed Deposit ladder can help in optimize returns
ऐसे बनाये फिक्स्ड डिपाजिट की सीढ़ी जिससे जल्दी से बन जायें करोड़पति, How Fixed Deposit ladder can help in optimize returns – जिस हिसाब से मार्किट की कंडीशन है तो ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव होना स्वाभाविक है। और ये बढ़ती दरें कर्जदारों के लिए परेशानी का सबब हैं, वही बचतकर्ता के लिए एक बहुत अच्छा समय हैं।
कई देशों के नियामकों की तरह, भारतीय रिजर्व बैंक भी दरों में बढ़ोतरी कर रहा है। यह सिलसिला अभी खत्म नहीं हुआ है और इसके जारी रहने की उम्मीद है। इसका लोन्स के साथ-साथ डिपॉजिट्स पर भी निश्चित प्रभाव पड़ेगा। इससे होता ये है कि लोन्स पर ये प्रभाव डिपॉजिट्स से ज्यादा तेज़ी से प्रभाव डालता है, जबकि वही डिपाजिट की बात की जाये तो वो दरो पर पिछड़ जाते हैं।
छह महीने से भी कम समय में लगातार चार बार दरों में बढ़ोतरी के साथ अब फिक्स्ड डिपाजिट की ब्याज दरों में भी निश्चित रूप से बढ़ोतरी हुई है।
यह सुनकर आप भी सोच रहे है कि जल्द से जल्द FD करवा लेना चाहिए, किन्तु रुके यहाँ, लेकिन ध्यान रखने योग्य कुछ और बातें है। सबसे पहली बात ये है कि ऐसा नही है की RBI ने अपनी नीतिगत दरों को स्थाई कर दिया है जिससे भविष्य में FD के इंटरेस्ट रेट यहीं रहेंगे! अभी इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि आरबीआई नीतिगत दरों में और वृद्धि करना जारी रखेगा।
फिक्स्ड डिपाजिट लेडरिंग (Fixed deposit ‘laddering’) आपकी एक बड़ी FD इन्वेस्टमेंट को छोटीछोटी अलग अलग FDमें तोड़ कर उन्हें अलग अलग मेच्युरिटी पीरियड में करने की प्रक्रिया को कहते है
इसलिए, बैंकों द्वारा दी जाने वाली FD दरों में भी भविष्य में वृद्धि की उम्मीद है। इसका मतलब यह है कि अगर आप अपनी FD अभी बुक करते हैं, तो आप भविष्य में मिलने वाले ज्यादा इंटरेस्ट रेट से वंचित रह सकते हैं।
अपने बैंक FD से अच्छे से अच्छा रिटर्न पाने के लिए आपको FD लेडरिंग तकनीक पर जरूर से विचार करने की आवश्यकता है ।
FD लेडरिंग क्या है? (What is Fixed Deposit Laddering or FD Laddering)
बढ़ती ब्याज दरें बचतकर्ताओं के लिए एक बड़ी राहत हैं, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिक जो ब्याज आय पर बहुत अधिक निर्भर हैं , बढ़ती ब्याज दरों का और ज्यादा लाभ उठाने के लिए FD लैडरिंग तकनीक का उपयोग किया जा सकता है।
FD लैडरिंग FD में आपके निवेश को विभाजित करने और उन्हें अलग-अलग मैच्योरिटी अवधि के साथ कई छोटी FD करने के बारे में है। यह आपको बढ़ती दर के माहौल में बेहतर रिटर्न अर्जित करने का मौका देता है और आपकी दिन प्रतिदिन में पैसो की आवश्यकताओं (लिक्विडिटी) को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में भी मदद करता है।
आइए इसे बेहतर ढंग से समझने के लिए एक सरल उदाहरण लेते हैं।
मान लीजिए कि आपके पास 20 लाख रुपये हैं जो आप FD में निवेश करना चाहते हैं। कुछ समय पहले तक आपको FD पर 5 फीसदी का ब्याज मिलता रहा होगा. लेकिन अब, बैंक 6.25 प्रतिशत की पेशकश कर रहे हैं।
FD बुक करना और कई वर्षों के लिए इस उच्च दर को लॉक करना आकर्षक है। जबकि यह विचार सही है, लेकिन हमें यह भी याद रखना होगा कि FD दरों में और वृद्धि होने की उम्मीद है।
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FD दरों में और कितनी वृद्धि होने की उम्मीद है? (How much further increase in FD rates expected?)
इसका अनुमान कोई नहीं लगा सकता, लेकिन अगर आर्थिक माहौल में दरों में बढ़ोतरी की मांग को देखा जाए तो शॉर्ट टर्म में 7 फीसदी और मीडियम टर्म में 8 फीसदी की आसान संभावना है।
ऐसे में अगर साल में 7-8 फीसदी मिलने की संभावना है तो आप कई सालों के लिए 6.25 फीसदी की एफडी क्यों लॉक करेंगे? यहां आप अपनी FD की लेडर बना सकते हैं। ऐसा करने का एक तरीका नीचे दिया गया है:
FD लेडरिंग के गणित को समझते है (Understand the maths of FD laddering)
20 लाख रुपये की एक एफडी करने के बजाय, पैसे को 5 लाख रुपये के चार हिस्सों में बांट दें।
अब अलग-अलग अवधियों के साथ प्रत्येक भाग (4 लाख रुपये) की FD बनाएँ – जैसे, 12 महीने, 15 महीने, 18 महीने और 21 महीने।
मान लें कि आपका बैंक 6 प्रतिशत (12-15 महीने) और 6.25 प्रतिशत (15-24 महीनों के लिए) की FD दरों की पेशकश करता है। आप FD इस प्रकार कमाएँगे –
पहली FD (12 महीने) – 6%
दूसरी FD (15 महीने) – 6%
तीसरी FD (18 महीने) – 6.25%
चौथी एफडी (21 महीने) – 6.25%
बैंक पांच साल की FD के लिए 6.35 प्रतिशत की पेशकश भी करता है, जिसमें आपकी रुचि लंबी अवधि की FD के लिए हो सकती है। लेकिन अगले एक या दो साल के लिए ब्याज दरें बढ़ने की उम्मीद है, पर हम ऊपर बताए अनुसार FD लैडरिंग चुनते हैं।
अब देखते हैं कि जब FD मैच्योर होने लगती है तो क्या होता है। अगर हमारी यह धारणा सही थी कि FD दरें बढ़ेंगी और बैंक FD पर 7.5-8 प्रतिशत दरों की पेशकश करना शुरू कर दें, तो आप यह कर सकते हैं:
– जब पहली FD (6 फीसदी) 12 महीने के बाद मैच्योर हो जाए तो आप 2 साल के लिए 7.5 फीसदी पर नई FD बुक कर सकते हैं
– जब दूसरी FD (6 फीसदी) 15 महीने बाद मैच्योर हो जाए तो आप 3 साल के लिए 7.5 फीसदी पर नई FD बुक कर सकते हैं
– जब तीसरी FD (6.25 फीसदी) 18 महीने बाद मैच्योर हो जाए तो आप 3-4 साल के लिए 8 फीसदी की दर से नई FD बुक कर सकते हैं
– जब चौथी एफडी (6.25 फीसदी) 21 महीने बाद मैच्योर हो जाए तो आप 4-5 साल के लिए 8 फीसदी की नई एफडी बुक कर सकते हैं।
इसके परिणामस्वरूप FD की एक सीढ़ी सी बनती जाती है, जिनमें से प्रत्येक जब मेच्युर होती है तो आगे की कई वर्षों के लिए उच्च दरों पर बुक होती जाती है। FD लैडरिंग यही करता है – ब्याज दर की सीढ़ी चढ़ें, एक बार में एक FD।
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अन्य लाभ (Other benefits)
– जब आप अपनी FD को आगे बढ़ाते हैं, तो आपको समय-समय पर लिक्विडिटी मिलती है और साथ ही जब FD मैच्योर होती है। अगर आपके पास एक के बाद एक मैच्योर होने वाली 4 लाख रुपये की पांच एफडी हैं, तो यह लिक्विडिटी मैनेजमेंट के लिए 20 लाख रुपये की सिंगल एफडी रखने से बेहतर है।
जब आपको कम राशि की आवश्यकता हो, तो आपको एक बड़ी FD से समय से पहले निकासी नहीं करनी होगी। इसके बजाय, एक छोटी FD का उपयोग किया जा सकता है और अन्य बाकी FD बिना किस समस्या के चलती रहेगी।
– कोई भी पूरी तरह से इंटरेस्ट रेट की भविष्यवाणी नहीं कर सकता। इसलिए एक बार आपकी शुरुआती FD लैडर सेट हो जाने के बाद, आपको यह अनुमान लगाने की ज़रूरत नहीं है कि दरें कब बढ़ेंगी या घटेंगी। आप अपनी FD से ब्याज दर का औसत/एवरेज निकालते हैं क्योंकि आपके पास अलग-अलग समय पर अलग-अलग दरों के साथ अलग-अलग FD हैं।
आप सभी FD को उच्चतम दर पर बुक करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं, लेकिन आप उन सभी को न्यूनतम दरों पर भी बुक नहीं कर रहे हैं। इसलिए, जब आप FD लैडर सेट करते हैं, तो आपको समय-समय पर लिक्विडिटी विंडो के साथ अलग-अलग ब्याज दरों की दोनों दुनियाओं में सर्वश्रेष्ठ मिलता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के लेख में हमने जाना कि, कैसे बनाये फिक्स्ड डिपाजिट की सीढ़ी जिससे जल्दी से बन जायें करोड़पति (How Fixed Deposit ladder can help in optimize returns).
अगर इसके बाद भी अगर आपके मन में कोई सवाल है तो मेरे कमेंट बॉक्स में आकर पूछे मैं आपके सवालों का जवाब अवश्य देंगे, तब तक के लिए बने रहिये हमारे साथ apneebachat.com पर! मिलते हैं अगले आर्टिकल में धन्यवाद।