जैसे की हम जानते है UPI ऐप का इस्तेमाल करने के लिए स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन होना जरूरी है। यूपीआई लाइट को फीचर फोन संस्करण कहा जाता है, विशेष रूप से कम मूल्य वाले लेनदेन के लिए, वो भी ऑफलाइन मोड में
UPI लाइट एक ‘ऑन-डिवाइस वॉलेट’ (on-device wallet’) है। इसका मतलब है कि किसी भी लेनदेन को शुरू करने से पहले उपयोगकर्ताओं को पहले इस ऐप में अपने यूपीआई या बैंक खातों से धन जोड़ना होगा। इस UPI लाइट ऐप में आप एक समय में अधिकतम रु. 2,000 तक रख सकते है
यूपीआई लाइट के जरिए यूजर्स ऑफलाइन मोड में भी पेमेंट कर सकते हैं। हालाँकि, upi लाइट एप में धनराशि जोड़ते समय, इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता होगी। UPI लाइट अधिकतम 200 रुपये के लेनदेन की अनुमति देगा।
भुगतान तंत्र जिस तरह के भार को संभाल रहा है, उसके साथ कुछ हफ्ते पहले ही, UPI को तकनीकी गड़बड़ियों का सामना करना पड़ा और रिजेक्शन रेट सामान्य से अधिक देखी गई। UPI लाइट के साथ, कम मूल्य के अधिकांश लेन-देन ऑफ़लाइन किए जा सकते हैं, ताकि UPI अव्यवस्थित और अधिक कुशल हो जाए।
छोटे ट्रांसेक्शन अगर upi लाइट पर शिफ्ट हो जायेंगे तो कोर बैंकिंग सिस्टम को बड़ी राशि के ट्रांसेक्शन NEFT और RTGS द्वारा करने के लिए बेहतर रिसोर्स की उपलब्धता मिल जाएगी । इस प्रकार, यूपीआई लाइट बैंकों को बड़े और छोटे दोनों प्रकार के भुगतानों को कुशलतापूर्वक संसाधित करने में सक्षम बनाएगा।
1. केनरा बैंक, 2. एचडीएफसी बैंक, 3. इंडियन बैंक, 4. कोटक महिंद्रा बैंक, 5. पंजाब नेशनल बैंक, 6. भारतीय स्टेट बैंक 7. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, 8. उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक
UPI लाइट का उपयोग करने के लिए, आपको इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि २०० रुपये के मूल्य के सभी डेबिट लेनदेन ऑफलाइन मोड में किया जा सकते है। हालांकि, खाते में क्रेडिट के लिए, आपके पास इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए।
यूपीआई लाइट ट्रांजैक्शन यूजर के बैंक अकाउंट स्टेटमेंट या यूपीआई पासबुक में नजर नहीं आएगा। हालांकि, ऐप दिन के यूपीआई लाइट लेनदेन के इतिहास पर दैनिक एसएमएस भेजेगा।
नहीं, यूपीआई लेनदेन की तरह, यूपीआई लाइट लेनदेन पर भी कोई शुल्क नहीं लगेगा।